गाजियाबाद: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की टीम ने सोमवार को भी दुहाई स्थित चार मंजिला इमारत में निर्माणाधीन और तैयार फ्लैट का ध्वस्तीकरण जारी रखा। इनमें चार ब्लॉक तैयार फ्लैट के भी हैं, जिन पर बुलडोजर व पोकलेन मशीन के बाद जीडीए की ओर से कामगारों के हथौड़ों से वार किया जा रहा है।
इमारत में बने थे 40 फ्लैट
करीब तीन हजार वर्ग मीटर में अवैध रूप से तैयार 40 फ्लैट की चार मंजिला इमारत पर जीडीए की प्रवर्तन इकाई बुलडोजर और पोकलेन मशीन से ध्वस्तीकरण में लगी है। बिल्डर की ओर से लोगों को सब्जी बाग दिखाकर फ्लैट 30 से 35 लाख रुपये की बिक्री के लिए रखे गए हैं, जिनमें से करीब आधा दर्जन फ्लैट की रजिस्ट्री की तैयारी थी।
बुलडोजर और हथौड़े से किया गया ध्वस्तीकरण
रविवार को चार फ्लैट के एक ब्लॉक को ध्वस्त करने के साथ ही दो अन्य ब्लाक में ध्वस्तीकरण किया गया था। तीसरे दिन भी जीडीए ने कार्रवाई को जारी रखा।
मौके पर मौजूद पुलिसबल के साथ प्रवर्तन दल प्रभारी अधिशासी अभियंता और अवर अभियंता की मौजूदगी इमारत के तैयार चार ब्लॉक पर बुलडोजर और हथौड़े से ध्वस्तीकरण किया गया। अधिशासी अभियंता पियूष सिंह ने बताया कि इमारत में बने सभी ब्लाक को ध्वस्त किया जाएगा।
डूंडाहेड़ा में 200 करोड़ की जमीन कराई कब्जामुक्त
उधर, एक अलग मामले में क्रॉसिंग रिपब्लिक डूंडाहेड़ा में निगम की 40 हजार वर्ग मीटर जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है। इस जमीन की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये है। सोमवार को चलाए गए अभियान में मौके पर संपत्ति प्रभारी पल्लवी सिंह और संपत्ति अधीक्षक रामशंकर के साथ पुलिस बल मौजूद रहा।
अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव ने बताया कि महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देश पर निगम की भूमि को कब्जामुक्त कराया जा रहा है। डूंडाहेड़ा ग्राम में भी अभियान चलाया गया और खसरा नंबर 122,123,129,304, 305, 306/7, 307 308 को कब्जामुक्त कराया गया। कब्जा करने वालों ने भूमि पर अपने पट्टे बताए।
इन पट्टे को एसडीएम द्वारा भी निरस्त किया जा चुका है। हाईकोर्ट में भी कब्जा करने वालों की हार हो चुकी है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने निगम की रिक्त भूमि को इसी प्रकार अभियान चलाते हुए कब्जामुक्त कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि रिक्त भूमि शहर हित में ही इस्तेमाल में ली जाएगी, जिसका निर्णय सदन द्वारा लिया जाएगा।