Friday, June 20, 2025
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नासा ने चेतावनी दी, 2024 YR4 एस्टेरॉयड से बड़े क्षेत्रों में तबाही का खतरा

नई दिल्ली। नासा ने नया डेटा जारी किया है, जिससे पता चलता है कि अगर 2024 YR4 एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराएगा तो यह दुनिया के कुछ सबसे घनी आबादी वाले इलाकों को तबाह कर देगा। नासा ने बताया है कि पूर्वी प्रशांत महासागर, उत्तरी दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका, अरब सागर और दक्षिण एशिया तक इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा नासा ने बताया है कि इस एस्टेरॉयड के टकराने से कोलंबिया का बोगोटा शहर में भारी तबाही आएगी। इस शहर में 11.6 मिलियन से अधिक लोग रहते हैं। वहीं मुंबई और ढाका पर भी खतरा है।

धरती से टकराने का खतरा बढ़ा

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2032 में इस एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने के जोखिम को बढ़ाकर 3.1 प्रतिशत कर दिया है। इसके बाद यह एस्टेरॉयड अब तक ज्ञात सबसे अधिक खतरे वाला एस्टेरॉयड बन गया है। 

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) का अनुमान है कि इसके टकराने की संभावना 2.8 प्रतिशत है, जो 2004 के अपोफिस एस्टेरॉयडसे भी अधिक खतरे का स्तर है। शुरू में यह माना गया था कि यह 2029 में पृथ्वी से टकराएगा, लेकिन आगे के शोध के बाद इस थ्योरी को खारिज कर दिया गया। 

2024 YR4 एस्टेरॉयड क्या है?

 

नासा के NEO अध्ययन केंद्र (CNEOS) के अनुसार, इस एस्टेरॉयड की खोज 27 दिसंबर, 2024 को चिली के रियो हर्टाडो में नासा की ओर से फंड की गई दूरबीन द्वारा की गई थी। उस समय वैज्ञानिकों ने कहा था कि यह अनुमान लगाना कठिन है कि एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराएगा या नहीं।

 

हालांकि एस्टेरॉयड के सटीक आकार की अभी पुष्टि नहीं की जा सकी है, लेकिन वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसका आकार संभवतः 40 से 90 मीटर के बीच होगा, तथा इसकी अधिकतम ऊंचाई न्यूयॉर्क के स्टेट ऑफ लिबर्टी के बराबर होगी।

 

वैज्ञानिकों ने 2024 YR4 को टोरीनो स्केल पर 10 में से 3 अंक दिए हैं। यह वह पैमाना है जिसका उपयोग CNEOS पृथ्वी पर किसी एस्टेरॉयड के प्रभाव के संभावित खतरे के स्तर का आकलन करने के लिए करता है।

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