संभल: उत्तर प्रदेश के जिला संभल में पुलिस हिरासत में एक मुस्लिम शख्स की मौत हो गई. इस पर शख्स के परिजनों ने इल्जाम लगाया कि शख्स की मौत पुलिस की यातना की वजह से हो गई है. इस मामले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर संगीन इल्जाम लगाया है अखिलेश यादव का कहना है कि योगी आदित्यनाथ सरकार पुलिस हिरासत में मौतों को रोक पाने में नाकाम है अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में हिरात में हो रही मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है हाल ही में संभल में पूछताछ के नाम पर घर से ले जाए गए एक शख्स की मौत से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है
अखिलेश ने आगे कहा कि अन्नयाय करने वाली भाजपा सरकार अपने आखिरी दौर में है. अखिलेश का बयान ऐसे वक्त आया है जब संभल में पुलिस हिरासत में 45 साल के इरफान की मौत हो गई है. इरफान के परिवार का इल्जाम है कि पुलिस ने जेल में उन्हें जरूरी दवाएं वक्त पर नहीं लेने दी. उन्होंने पुलिस पर इल्जाम लगाया है कि यह हिरासत में हुई मौत है. हालांकि पुलिस ने इस इल्जाम को खारिज किया है. पुलिस का कहना है कि इरफान को दवाएं लेने की इजाजत दी गई थी उनके मुताबिक दवा लेने वाला वीडियो जेल में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड भी हुआ है. इस मामले पर संबल के SP कृष्ण कुमार का कहना है कि पुलिस चौकी के इंचार्ज ने इरफान को दवा खाने की इजाजत दी और उन्हें पानी भी दिया गया. उन्होंने कहा कि इरफान ने दवा ली… यह मामला सीसीटीवी में देखा जा सकता है… लेकिन जल्दी ही उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और वह अपने आप से गिर गए. पुलिस के मुताबिक इरफान को उनके बेटे के साथ अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने कहा कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई हो सकती है.