नई दिल्ली: ठंड का एहसास हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है। कुछ लोग सर्दियों में भी हल्के कपड़े पहनकर आराम से रहते हैं जबकि कुछ लोगों को थोड़ी सी ठंड भी सहन नहीं होती। यह अंतर केवल व्यक्तिगत अनुभव नहीं है बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक और शारीरिक कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों कुछ लोगों को ज्यादा ठंड लगती है।
शरीर का मेटाबॉलिज्म
मेटाबॉलिज्म ऐसी प्रक्रिया है जिससे शरीर खाने को एनर्जी में बदलता है। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, उनके शरीर में कम गर्मी पैदा होती है जिससे उन्हें ज्यादा ठंड लगती है। दूसरी ओर जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म तेज होता है, उनके शरीर में ज्यादा हीट रिलीज करता है और उन्हें ठंड कम लगती है।
शरीर में फैट की मात्रा
शरीर में वसा फैट एक प्राकृतिक इंसुलेटर का काम करती है। यह शरीर की गर्मी को बाहर निकलने से रोकती है। जिन लोगों के शरीर में फैट की मात्रा कम होती है उन्हें ठंड ज्यादा लगती है क्योंकि उनका शरीर गर्मी को सेव नहीं कर पाता। इसके विपरीत जिन लोगों के शरीर में फैट की मात्रा ज्यादा होती है उन्हें ठंड कम लगती है।